आज हम जातक कथा हिंदी कहानी की बात करने वाले है जिसमे तीन कौवों की कहानी है। आपको ये कहानी को पढ़के अच्छी शिख मिलेगी।
जातक कथा हिंदी कहानी | मोरल स्टोरी | bedtime stories in hindi
“तीन कौवों की अकल का सफर”
बहुत समय पहले, एक जंगल में कुछ कौवे रहते थे जिनका नाम भोलू, ढोलू और मोलू था। इन तीनों कौवों की अकल बहुत ही कम थी, लेकिन वे बहुत ही मस्तमौल और मस्तीभरे रहते थे।
एक दिन, इन तीनों कौवों ने एक अजीब सी बात सुनी कि एक पेड़ के ऊपर एक सोने का पिंजरा है। यह सुनकर भोलू, ढोलू और मोलू ने मिलकर सोचा, “हमें भी एक सोना चाहिए!”
इसके बाद, तीनों कौवे बिना कुछ सोचे ही सोने के पिंजरे की खोज में निकल पड़े। वे पूरे जंगल में भटकते रहे, लेकिन कहीं भी सोना नहीं मिला।
बहुत ही थके-हारे, वे एक वृक्ष के नीचे बैठ गए और सोचने लगे। ढोलू ने कहा, “हमें इस समस्या का समाधान निकालना होगा, लेकिन हमें इसके लिए कोई बुद्धिमानी की जरूरत पड़ेगी, उसके बिना हमे ये कर नहीं पाएंगे।
भोलू और मोलू ने भी सहमति दी और तीनों मिलकर शिक्षागुरु को ढूंढने का निर्णय लिया। उनको अपने बुद्धिमानी दादाजी की याद आई वो बहोत लम्बा सफर करके अपने दादाजी के पास पहुंचे।
बुद्धिमान दादाजी ने तीनों को बताया कि सोना धन नहीं, बुद्धिमानी में होता है। उन्होंने तीनों को सिखाया कि वे अगर अपनी अकल का सही तरीके से उपयोग करें तो वे किसी भी समस्या का समाधान कर सकते हैं।
तीनों ने बुद्धिमानी से सोना का महत्व समझा और उन्होंने अपनी अकल का उपयोग करके जंगल में खोई हुई चीजों का सही से उपयोग करना सीखा। उन्होंने देखा कि बुद्धिमानी से उन्हें सफलता हासिल हो रही है।
कौवों ये जातक कथा से आपको क्या सिखने को मिलता है?
“इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि, अगर हम किसी भी काम करने में अक्लमंदी का इस्तेमाल करे तो हम किसी भी समस्या का समाधान निकल सकते है। बुद्धिमानी और गुरु का महत्व समझाने वाली यह कहानी हमें बताती है कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें बुद्धिमानी और उच्च आदर्शों का आदर करना चाहिए।”