आज हम इस आर्टिकल में इंसान और पक्षियों की कहानी हिंदी में बात करने वाले है। यदि आपके बच्चे को इसी ही अनोखी कहानिया सुन्ना पसंद हो तो आप उसको इस तरह की कहानिया पढ़के सुना सकते है। ऐसी ही अनोखी कहानिया पढ़ने के लिए आप हमारे Best Moral Story for Students in Hindi पेज को फॉलो कर सकते हो। यदि आपको कोई पक्षियों की कहानी सुनाएं को कहे तो आप ये कहानी आरामसे अपने बच्चे को सुना सकते है।
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पक्षियों की कहानी हिंदी में | पक्षियों की कहानी अच्छी अच्छी
इस कहानीमें हम जंगल के पक्षियों की कहानी को लिखने वाले है। जिसमे एक बच्चा और पक्षी की कहानी है।
एक छोटे से गांव में एक छोटा सा बच्चा था जिसका नाम सुमित था। सुमित जिस गांव में रहता था उसके बहार एक जंगल था काफी बच्चे रोज जंगल में खेलने के लिए जाया करते थे। सुमित हमेशा पशु और पक्षिओ के प्रति काफी उदार रहता था। उसको पक्षिओ के साथ खेलना काफी पसंद आता था। हमेशा पक्षिओ की ही बात करता था।
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वह रोज़ सुबह उठते ही जंगल में चला जाता था और वहां के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेता था। काफी बच्चे खेलते भी और कभी बैठके आराम भी करते। वैसे भी प्राकृतिक सौंदर्य को देखना हर किसी को अच्छा लगता है।
एक दिन, जब सुमित जंगल में घूम रहा था, उसने एक छोटे से पिले पंखो वाले पक्षी को देखा। वह पक्षी बहुत ही अकेला और उदास दिख रहा था। सुमितने उसकी ओर बढ़ते हुए देखा कि यह पक्षी अपनी पंखों में चोट के कारण उड़ नहीं सकता था। सुमित को उस पक्षी को देखकर काफी बुरा लग रहा था। वो सोचने लग गया था की किसी बुरे इंसान ने इसको अपना शिकार बनाने की कोशिश करि है।
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सुमित को उस पक्षी की पीड़ा देखि नहीं जा रही थी। उसने उस पक्षी को धीरे धीरे अपने पास बुलानेकी कोसिस की लेकिन सुमित को देखकर भी वो पक्षी काफी डर रहा था। लेकिन सुमित ने धीरे धीरे हिम्मत करके उस पक्षी को अपने पास बुला ही लिया। सुमिते ने उस पक्षी को अपने हाथो से हलके से पकड़ा और देखने लगा की चोट काफी बड़ी तो नहीं है।
भगवान की दया से चोट इतनी बड़ी नहीं थी और सुमित ने भी रहत की सास ली। चोट की वजह से पक्षी उड़ नहीं पा रहा था। सुमित ने उस चोट को ठीक करने उसको अपने घर पे ले गया और अच्छे से दवा कराइ और ठीक किया।
ठीक होने के बाद भी उस बिचारे मासूम पक्षी को उड़ने में काफी तकलीफ हो रही थी। सुमित ने उसको उड़ना सीखना चालू कर दिया था। थोड़े ही दिन के बाद पक्षी ने अच्छे से उड़ना सिख लिया और दूर दूर तक उड़ने लगा।
हमें इस कहानी से क्या सीखने को मिलता है?
“हमें इस कहानी से ये सिखने को मिलता है की, इंसान को पक्षिओ और पशुओ के साथ भी अच्छे से व्यवहार करना चाहिए। कभी अपने स्वार्थ के लिए किसी भी जीवित या कोई भी चीज़ को नुकसान पहोचे ऐसा नहीं करना चाहिए। अपने स्वार्थ के लिए किसी और को पहुंचाया नुकसान भविष्य में हमारे लिए भी मुसीबत ही खड़ी करता है।”